लखनऊ: स्वच्छ भारत सर्वेक्षण के स्वच्छ शहर श्रेणी में तीसरा अवॉर्ड है। 10 लाख से अधिक की आबादी वाले शहरों में लखनऊ को यह अवॉर्ड मिला है। राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नगर विकास मंत्री एके शर्मा, मेयर सुषमा खर्कवाल और पूर्व नगर आयुक्त आईआईएस इंद्रजीत सिंह को सम्मानित किया है।
दैनिक भास्कर ने 13 जुलाई को ही खबर प्रकाशित करके बता दिया था कि इस बार लखनऊ ने लंबी छलांग लगाते हुए तीसरा स्थान प्राप्त कर लिया है। आज इस खबर पर मोहर लग गई। लखनऊ देश का तीसरा सबसे साफ शहर बन गया है। गार्वेज फ्री कटैगरी में शहर को 7 स्टार रैंकिंग मिली है।
एक साल से नगर आयुक्त और उनकी टीम ने बीते एक साल में साफ-सफाई को लेकर कई बड़े कदम उठाए। कूड़ा प्रबंधन से लेकर वार्डों में नियमित सफाई, जनभागीदारी, जागरूकता अभियान और डिजिटल निगरानी से लखनऊ की तस्वीर बदली गई। इसी का नतीजा है कि शहर देश के टॉप-3 साफ शहरों की सूची में शामिल हुआ।
इस बदलाव का सबसे बड़ा श्रेय लखनऊवासियों को भी जाता है। घर-घर से कूड़ा छंटाई, खुले में कूड़ा फेंकने पर रोक और साफ-सफाई को लेकर बढ़ी जागरूकता ने नगर निगम की मुहिम को जन आंदोलन में बदल दिया नगर निगम के अधिकारियों और पार्षदों का कहना है कि यह तो शुरुआत है। अब लखनऊ को स्वच्छता में देश का नंबर-1 शहर बनाना लक्ष्य है। इसके लिए अगले सर्वेक्षण तक कई और योजनाएं शुरू की जाएंगी।