लखनऊ:राजधानी लखनऊ के अलीगंज क्षेत्र में गुरुवार को बड़ा हादसा टल गया, जब मुख्य सड़क अचानक धंसकर लगभग 20 फीट गहरा गड्ढा बन गया। सड़क धंसने के पीछे सीवर लाइन में भारी रिसाव को वजह माना जा रहा है। मौके पर नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर सीवर मेंटेनेंस की जिम्मेदारी संभाल रही सुएज कंपनी की टीम तक पहुँची और राहत व मरम्मत कार्य शुरू करायासूचना मिलते ही जोन-3 के जोनल अधिकारी अमरजीत यादव, अधिशासी अभियंता संजय पांडेय, जोनल सेनेटरी अफसर जितेंद्र गांधी, एसएफआई संचिता मिश्रा और नगर निगम कंट्रोल रूम के टीम लीडर सुबोध सिंह मौके पर पहुँचे।
इसके साथ ही सुएज कंपनी की टेक्निकल टीम भी पहुँची और स्थिति का आकलन किया। अधिकारियों ने तत्काल ट्रैफिक डायवर्ट करने और स्थल को बैरिकेडिंग कर सील करने के निर्देश दिए, ताकि कोई और हादसा न होघटना के बाद स्थानीय निवासियों और व्यापारियों में नाराजगी देखने को मिली। उनका कहना है कि सीवर लाइन लंबे समय से जर्जर हालत में थी, लेकिन नगर निगम और ठेका कंपनी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। वार्ड के निवासियों ने कई बार शिकायत की थी कि सड़क के नीचे से पानी का रिसाव हो रहा है, पर कोई सुधार कार्य नहीं हुआ। अशोक सिंह ने कहा, “अगर यह हादसा दिन में भीड़ के समय होता, तो जान-माल की बड़ी क्षति हो सकती थी।
नगर निगम को समय रहते सीवर व्यवस्था सुधारनी चाहिए थी।” यह घटना किसी बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी, लेकिन गनीमत रही कि समय रहते क्षेत्र खाली करवा लिया गया। हालांकि, इसने शहर की सीवर व्यवस्था की खामियों को उजागर कर दिया है। लखनऊ के कई इलाकों में सीवर लाइनें पुरानी हो चुकी हैं और लगातार रिसाव की शिकायतें आती रहती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए समय-समय पर सीवर लाइन का निरीक्षण और संरचनात्मक मजबूती का कार्य जरूरी हैनगर निगम अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के बाद अलीगंज और आस-पास के क्षेत्रों की सीवर लाइन का व्यापक निरीक्षण किया जाएगा। कमजोर हिस्सों की पहचान कर उनकी मरम्मत प्राथमिकता से की जाएगी। साथ ही पानी के रिसाव और मिट्टी कटाव को रोकने के लिए आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल करने की योजना है।