लखनऊ। पूज्यपाद स्वामी श्री प्रद्युम्न प्रियाचार्य प्रभाकर जी महाराज (श्रीधाम अयोध्या) ने कहा की रामकथा का श्रवण मात्र हमें आनंद नहीं देता, बल्कि यह हमारे मन को निर्मल और जीवन को सरल बनाता है। वह सेक्टर-एम, आशियाना लखनऊ में प्रगति महोत्सव में चल रहे श्रीराम कथा की दूसरी संध्या में बोल रहे थे।
व्यासपीठ पर विराजमान पूज्यपाद स्वामी श्री प्रद्युम्न प्रियाचार्य प्रभाकर जी महाराज ने श्रद्धालु भक्तों को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्श जीवन की झलक अपनी कथा से दिखाई। आज की कथा में उन्होंने बालकाण्ड की घटनाओं का रसपूर्ण वर्णन कर माता अंजनी के व्रत, श्रीराम जन्मोत्सव और जनकपुरी में सीता स्वयंवर का प्रसंग सुनाकर श्रोता-भक्तों को भाव विभोर किया।
इसके पूर्व श्री राम कथा के मुख्य यजमान विनोद कुमार सिंह और नरेन्द्र बहादुर सिंह ने आज राम कथा की दूसरी सांझ में विघ्नहर्ता गणेश जी एवं भगवान श्री राम की पूजा-अर्चना की। उपस्थित भक्तों ने श्रीराम जय राम जय जय राम का सम्वेत स्वरों में गायन कर संपूर्ण परिसर को राममय बना दिया। कथा दो अक्टूबर तक 6:00 बजे से 9:30 बजे तक चलेगी।