सऊदी अरब: सरकार ने पिछले साल हज के दौरान गर्मी से हुई मौतों को देखते हुए इस दफा सुरक्षा और गर्मी से बचाव के लिए इंतजाम किए हैं। सऊदी अधिकारियों ने गर्मी से बचाव के लिए टेंट बढ़ाए है और चिकित्सा कर्मियों को तैनात किया है। सऊदी हज मंत्री तौफीक अल-रबिया ने बताया कि 400 से ज्यादा कूलिंग यूनिट लगाए गए हैं। खासतौर से काबा के तवाफ और मीना में गर्मी चुनौती बन रही 14 लाख से ज्यादा मुस्लिम दुनियाभर से सऊदी पहुंचे हैं। बुधवार से हाजियों ने करीब 1,400 साल पुरानी हज यात्रा से जुड़े अरकान शुरू कर दिए हैं, जो अगले कुछ दिन तक जारी रहेंगे। इस साल भी हाजियों के लिए सऊदी की भीषण गर्मी एक चुनौती है। 40 डिग्री से ज्यादा तापमान में खुले आसमान के नीचे धार्मिक अनुष्ठान आसान नहीं होंगे। खासतौर से ज्यादा उम्र के हाजियों को मुश्किल होगी।
सऊदी अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल ज्यादातर मौतें बिना परमिट वाले तीर्थयात्रियों की हुईं, जिनके पास एयर कंडीशनिंग टेंट और बसों तक पहुंच नहीं थी। इस साल लगातार छापे, ड्रोन निगरानी और टेक्स्ट अलर्ट के जरिए बिना परमिट वाले तीर्थयात्रियों पर नकेल कस रहे हैं। हज परमिट देशों को कोटा के आधार पर आवंटित किए जाते हैं। सऊदी अरब में पिछले साल गर्मी के कारण हज के दौरान 1300 लोगों की मौत हो गई थी। बीते साल मक्का और सऊदी के दूसरे शहरों में तापमान 51 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। ऐसे में इस साल अधिकारी बिना परमिट वाले तीर्थयात्रियों पर सख्ती की है। इसके अलावा कई सख्त नियम लागू किए हैं। भीड़ प्रबंधन के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग हो रहा है।