नई दिल्ली: विपक्षी गठबंधन INDIA की राजनीतिक सक्रियता एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार वजह बनी राहुल गांधी की ओर से आयोजित ‘डिनर पॉलिटिक्स’, जिसमें गठबंधन के कई प्रमुख नेता शामिल हुए इस रात्रिभोज ने ना सिर्फ विपक्षी एकता को मजबूती दी, बल्कि आगामी चुनावों को लेकर रणनीति पर भी गंभीर चर्चा हुई।
डिनर में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार सहित कई बड़े नेताओं की मौजूदगी ने एकजुटता का संदेश दिया। राहुल गांधी की पहल पर हुई इस मुलाकात को विपक्ष की “सॉफ्ट पावर पॉलिटिक्स” के तौर पर देखा जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, डिनर के दौरान लोकसभा चुनाव 2029 की तैयारियों, सीट शेयरिंग और संयुक्त जनसभाओं को लेकर गंभीर विचार-विमर्श हुआ राहुल गांधी ने इस मौके पर सभी दलों को साथ आने और एक दूसरे की विचारधाराओं का सम्मान करते हुए एकजुट रहने की अपील की।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि ऐसे अनौपचारिक लेकिन प्रभावी मेलजोल से विपक्षी खेमे में तालमेल बढ़ेगा और मोदी सरकार के खिलाफ एक मजबूत वैकल्पिक धारा तैयार हो सकती है।
यह ‘डिनर पॉलिटिक्स’ सिर्फ एक सामाजिक आयोजन नहीं, बल्कि विपक्ष की बदलती रणनीति का संकेत है — जहां रिश्ते मजबूत करके राजनीतिक मोर्चे पर मजबूती हासिल की जा रही है।