लखनऊ: नवाबी तहजीब के लिए पहचाने जाने वाला लखनऊ अब तेज़ी से स्टार्टअप हब के रूप में उभर रहा है। इसी सिलसिले में आज गोल मार्केट, महानगर में उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के पहले फिज़िकल गोल्ड लीज़िंग सेंटर का शुभारंभ हुआ, जिसे लॉन्च किया है लखनऊ के ही होमग्रोन फिनटेक स्टार्टअप माई गोल्ड (माईगोल्ड) ने यह प्लेटफॉर्म बीके सराफ ज्वेलर्स के संस्थापक श्री अमोल बंसल की सोच और दूरदर्शिता का परिणाम है। बीके सराफ पिछले 90 वर्षों से लखनऊ में भरोसे का नाम रहा है, और अब माईगोल्ड के माध्यम से श्री बंसल घरों में रखे काम में ना आने वाले सोने को आय का जरिया बनाने की पहल कर रहे हैं।
भारत के पहले गोल्ड लीजिंग सेंटर के शुभारंभ समारोह की शुरुआत पारंपरिक पूजा के साथ हुई जिसके बाद रिबन काटकर सेंटर का उद्घाटन किया गया। श्री बंसल ने स्वयं मौजूद अतिथियों को सेंटर का दौरा कराया और उन्हें वहां लगी अत्याधुनिक गोल्ड पिघलाने और शुद्धता जांचने वाली हाईटेक मशीन से परिचित कराया। यह मशीन कैरेट मीटर के जरिए सोने की शुद्धता जांचती है और पूरी प्रक्रिया ग्राहक के सामने होती है, जिससे सम्पूर्ण पारदर्शिता बनी रहती है मीडिया से बातचीत में श्री बंसल ने कहा सारी प्रक्रिया आपकी आंखों के सामने होती है। शक या धोखाधड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है। पारदर्शिता ही हमारी सबसे बड़ी ताक़त है।
माईगोल्ड का मकसद है भारत के 25,000 टन निष्क्रिय सोने को सक्रिय बनाना और उसे एक कमाई का जरिया बनाना। यह प्रयास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के सपने से भी जुड़ा है और भारत को फिर से “सोने की चिड़िया” बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है। श्री बंसल ने यह भी कहा कि यह पहल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के । ट्रिलियन डॉलर यूपी इकॉनमी ड्रीम’ में भी सीधा योगदान देती है, क्योंकि यह राज्य स्तर पर वित्तीय नवाचार और संपत्ति के बेहतर उपयोग को बढ़ावा देती है इस पहल के ज़रिए ग्राहक अपने घर पर बिना इस्तेमाल के रखें सोने को हमारे माईगोल्ड सेंटर पर लाते हैं, जहां उसकी जांच कर उसे पिघलाया जाता है और उसकी 24 कैरेट के बराबर वैल्यू सामने ही तय की जाती है। यह डेटा पूरी तरह डिजिटल रूप से माईगोल्ड ऐप पर अपलोड किया जाता है। इसके बाद यह सोना विश्वसनीय ज्वेलर्स को लीज पर दिया जाता है, जो ब्याज के रूप में ग्राहकों को हर साल 5% अतिरिक्त सोना वजन में लौटाते हैं।
इस मॉडल के फ़ायदे बहुपक्षीय हैं, ग्राहक को सोने पर ब्याज मिलता है, ज्वेलर्स को बिना ब्याज का सोना मिलता है जिससे उनका कैश फ्लो मजबूत होता है. और देश की अर्थव्यवस्था पर गोल्ड इम्पोर्ट का दबाव कम होता है। श्री बंसल के अनुसार अब समय है कि घर पर सालों से सो रहा सोना काम में आए। आपका सोना आपके लिए और सोना कमाए, और देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करे लखनऊ में फिजिकल सेंटर शुरू होने के साथ ही, माईगोल्ड का ऐप पूरे भारत में उपलब्ध है, जिससे देशभर के लोग इस डिजिटल सुविधा का लाभ उठा सकते हैं और पारदर्शिता के साथ डिजिटल गोल्ड इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं माईगोल्ड की यह शुरुआत पारंपरिक सोने के निवेश को एक नदा, आधुनिक और उपयोगी रूप देती है जहां भरोसा, तकनीक और कमाई का मेल है। यह पहल न केवल लोगों की सोच को चदलेगी, बल्कि उत्तर प्रदेश को भारत के फिनटेक इनोवेशन मानचित्र पर भी मज़बूती से स्थापित करेगी।