उत्तर प्रदेश: के गोरखपुर में ‘संवैधानिक अधिकार यात्रा’ के दौरान कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद ने भाजपा में गहराई से विघटन का संकेत देते हुए कहा कि यदि भाजपा को उनसे कोई राजनीतिक लाभ नहीं है तो गठबंधन समाप्त कर देने में वे संकोच नहीं करेंगे। उन्होंने विशेष रूप से छुटभैया नेताओं की आलोचना करते हुए भाजपा से गैरआवश्यक बयानबाज़ी रोकने की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि 31 अगस्त को एक विशाल शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा जो उनकी राजनीतिक पकड़ और समर्थन का स्पष्ट प्रमाण होगा
उनके इस सियासी धमाके ने राज्य में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी। विपक्षी दलों ने भी इससे प्रतिक्रियाएं दीं कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने इसे सत्ता के प्रति सहयोगी दलों की बेचैनी के संकेत के तौर पर देखा, जबकि समाजवादी पार्टी ने इसका विश्लेषण करते हुए कहा कि यह 2027 के चुनावी रुझानों का शुरुआती संकेत हो सकता है। बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई मुलाकात के बाद संजय निषाद ने अपने तेवर में नरमी दिखाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को अपना अभिभावक मानते हैं और सभी सवालों का समाधान बातचीत से निकाले जाने की राह पर हैं। उन्होंने यह बात भाजपा और गठबंधन के बीच शांति बनाए रखने के ताव से कही राजनीतिक स्थिति को संभालने के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने उनसे संपर्क साधना शुरू कर दिया ताकि बिगड़ती समीकरणों को सुधारते हुए चुनावों से पहले एकजुटता दिखायी जा सके