प्रयागराज जहां कुछ वर्ष पहले भव्य कुंभ मेले का आयोजन हुआ था, आज बाढ़ की भयावह चपेट में है। गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के चलते शहर के निचले इलाकों में पानी घुस गया है। न केवल आवासीय क्षेत्र, बल्कि कई प्रमुख सड़कें और बाजार भी जलमग्न हो गए हैं स्थानीय लोगों का कहना है कि बाढ़ का पानी इतनी तेजी से फैला कि कई परिवारों को अपना सामान तक समेटने का मौका नहीं मिला। बेली गांव, दारागंज, सलोरी, गंगानगर, झूंसी जैसे क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। राहत और बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन नाव और ट्रैक्टरों के सहारे लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है।
प्रशासन की ओर से राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां लोगों को खाना, पानी और दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। हालांकि, कई प्रभावित लोगों का कहना है कि सरकारी सहायता अभी भी पर्याप्त नहीं है और कई जगहों पर जरूरतमंदों तक मदद नहीं पहुंच रही है बाढ़ के कारण स्कूल, कॉलेज और कई सरकारी दफ्तरों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। वहीं, स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल हालात पर नजर बनाए हुए हैं और लगातार गंगा व यमुना के जलस्तर की मॉनिटरिंग की जा रही है विशेषज्ञों के मुताबिक, लगातार हो रही बारिश और पहाड़ों से आ रहे पानी के कारण अगले कुछ दिनों तक स्थिति और बिगड़ सकती है। लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है और नदियों के किनारे जाने से मना किया गया है।