हरियाणा: नूंह जिले के मूंडका (Mundaka) गांव में मंगलवार देर रात एक मामूली विवाद अचानक हिंसक घटना में बदल गया। पहली बात तो किसी ने गाड़ी बीच रास्ते में पार्क कर दी, जिससे एक ग्रामीण—जिसे ‘इसरा का बेटा’ बताया गया—नाखुश हो गया। उसने वहां खड़े रहने वाले दूसरे व्यक्ति, शामय सिंह को पीछे से गिलास की बोतल से हमला कर दिया। इस छोटे से झगड़े ने जल्द ही बड़े रूप ले लिया और दोनों गांवों के लोग आक्रोशित होकर एक-दूसरे पर पत्थर फेंकने लगे।
भीड़ में नियंत्रण खो गया और देखते ही देखते एक दुकान और एक मोटरसाइकिल आग के हवाले हो गए। “करीब 10 लोग घायल हुए हैं,” गांव के सरपंच राम सिंह सैनी ने बताया। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग इस विवाद को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस ने समय रहते हस्तक्षेप कर स्थिति संभाली।
पुलिस ने आनन‑फानन में मामला दर्ज किया और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। अतिरिक्त बलों को मौके पर भेजा गया और पिलेबल सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई। DSP राजेश कुमार ने कहा कि शुरुआती झड़प केवल पार्किंग को लेकर थी, लेकिन भीड़ में डर और अफवाहों ने हालात बिगाड़ दिए—हालांकि अब स्थिति नियंत्रण में है और सभी घायल लोगों को प्राथमिक चिकित्सा मिल चुकी है।
गांव में फिलहाल भारी पुलिस सुरक्षा बरकरार है और प्रशासन की ओर से लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। अफवाहों पर रोक लगाने और समाज में तनाव न फैलने देने के लिए पुलिस ने चेतावनी भी जारी की है कि सांप्रदायिक रंग का चढ़ाया गया कोई प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।