Tuesday, October 21, 2025
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कौन है डेविड हेडली? 8 बार की मुंबई रेकी, अमेरिका से डील

 नई दिल्ली: मुंबई आतंकी हमले की चर्चा एक बार फिर देशभर में हो रही है। वजह 64 वर्षीय तहव्वुर राणा का भारत आना है। करीब 17 साल पहले हुए आतंकी हमले में 175 लोगों ने जान गंवाई थी। इस हमले के पीछे दो मास्टरमाइंड थे। एक तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) दूसरा दाऊद सईद गिलानी ऊर्फ डेविड कोलमैन हेडली दोनों बचपन के दोस्त हैं। हेडली फिलहाल अमेरिका की जेल में बंद है। वह एक पाकिस्तानी-अमेरिकी नागरिक है। उसका पिता पाकिस्तानी है और मां अमेरिका से ताल्लुक रखती हैं।

पढ़ाई करते-करते राणा और हेडली में हुई दोस्ती

साल 2009 में हेडली को डेनमार्क के एक अखबार पर हमले की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। अमेरिका की जेल में बंद हेडली का जन्म 30 जून 1960 में अमेरिका में हुआ था। हेडली और राणा की मुलाकात तब हुई थी, जब दोनों कैडेट कॉलेज हसन अब्दाल में पढ़ाई कर रहे थे। दोनों के बीच दोस्ती इतनी गहरी थी कि तहव्वुर राणा के बच्चे हेडली को मोहक चाचा कहकर पुकारते थे।

हाफिज सईद का था दिल-ओ-जान

हेडली के मन में भारत के खिलाफ जहर भरा था, जिसका फायदा आतंकी संगठन लश्कर-ए तैबा ने उठाया।  संगठन का सरगना प्रमुख हाफिज सईद के साथ हेडली की अच्छी बनती थी। संगठन में हेडली को ट्रेनिंग दी गई। वह हाफिज सईद के साथ कई बार खाने पर जाया करता था बात 2002 की है जब हाफिज सईद और जकी उर रहमान लखवी भारत में एक बड़े हमले की योजना बना रहे थे। उन्होंने इसके लिए हेडली को अपना हथियार बनाया था।

राणा की मदद से पहुंचा मुंबई

इसके बाद हेडली भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने में जुट गया। भारत में पहुंच बनाने के लिए हेडली ने तहव्वुर राणा की मदद ली। दरअसल, तहव्वुर राणा कनाडा में फर्स्ट वर्ल्ड इमिग्रेशन सर्विसेज नाम का एक इमिग्रेशन और ट्रैवल एजेंसी चल रहा था। 

राणा की मदद से हेडली ने मुंबई में इस इमिग्रेशन फर्म की एक ब्रांच खोली। राणा ने हेडली को वीजा दिलवाने में भी मदद की थी। इसके बाद हेडली लगातार मुंबई आने लगा।  14 सितंबर 2006 को हेडली ने भारत की अपनी पहली रेकी यात्रा की साल 2016 में हेडली ने विशेष अदालत के समक्ष गवाही देते हुए कहा था कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने मुंबई हमले की योजना बनाई थी डेविड हेडली ने कहा था कि वह हमलों से पहले आठ बार और उसके बाद एक बार भारत आया था। उसने दो साल तक साइटों पर शोध किया, यहां तक कि शहर के बंदरगाह के चारों ओर नाव से सैर की और अपने कवर के हिस्से के रूप में बॉलीवुड सितारों से दोस्ती की। 

कैसी थी हेडली की पर्सनैलिटी?

एड्रियन लेवी और कैथी स्कॉट क्लार्क मुंबई हमलों पर अपनी किताब द सीज द अटैक ऑन द ताज’ में लिखते हैं, “हेडली 6 फीट 2 इंच लंबा था। उसके लंबे सुनहरे बाल पोनी टेल में बंधे रहते थे।  अरमानी जींस और कमीज में नजर आने वाले हेडली के कंधों से एक चमड़े की जैकेट लटकती रहती थी।

एस हुसैन जैदी ने लिखे अपनी किताब हेडली एंड आई में मशहूर प्रोड्यूसर महेश भट्ट के बेटे राहुल भट्ट और हेडली की मुलाकात का जिक्र किया है।  राहुल भट्ट ने कहा था,हेडली के बारे सबसे पहले जिस चीज ने मेरा ध्यान खींचा वो थी उसकी आंखें उसकी एक आंख भूरी थी तो दूसरी हरी। उसके अंदर जबरदस्त आत्मविश्वास था। उसने मुझे बताया था कि वो भेलपूरी और पानी पूरी का दीवाना है।

भारत क्यों नहीं आ सकता हेडली?

साल 2009 में हेडली को डेनमार्क के एक अखबार पर हमले की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद हेडली ने अमेरिकी जांच एजेंसियों के साथ एक डील की थी। उसने अमेरिका को लश्कर-ए-तैयबा और ISI के बारे में जानकारी देने के बदले में भारत को प्रत्यर्पित न करने की शर्त रखी थी। इस समझौते को अमेरिका ने स्वीकार कर लिया था। वह अमेरिका की जेल में सजा काट रहा है।

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